Mumbai
महाराष्ट्र में कोरोना के बढ़ते रफ्तार ने सरकार की चिंता बढ़ाई
मुम्बई - 85 दिन बाद महाराष्ट्र में कोरोना के केसों में फिर एक बार तेज़ी देखने को मिल रही है। शुक्रवार को राज्य में कोरोना के 6112 नए मामले सामने आए है। स्थिति इतनी भयावह होने लगी है कि राज्य में एक बार फिर लॉकडाउन का संकट मंडरा रहा है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता एकनाथ खडसे और महाराष्ट्र के मंत्री बच्चू कडू दोनों दूसरी बार कोरोना पॉजिटिव हुए हैं। इनके अलावा दो ऑफिस स्टाफ के भी कोरोना संक्रमित होने के बाद महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले क्वारैंटाइन हो गए हैं।
पूर्व मंत्री खडसे को बॉम्बे अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती करवाया गया है। उन्होंने कहा, 'इसी संक्रमण की वजह से पिछले साल नवंबर में भी मुझे भर्ती होना पड़ा था। मैं फिर से संक्रमित हो गया हूं। मेरी स्थिति सामान्य बनी हुई है।' वहीं जल संसाधन राज्य मंत्री बच्चू कडू भी इससे पहले सितंबर में कोरोना से संक्रमित पाए गए थे। उन्होंने सोशल मीडिया में लिखा, 'मैं दूसरी बार संक्रमित पाया गया हूं। फिलहाल पृथक-वास में हूं। मेरे संपर्क में जो भी आए हैं, कृपया अपना जांच करा लें।'
4 जिलों में नहीं मिले विदेशी वायरस के स्ट्रेन
महाराष्ट्र के अमरावती, अकोला, सातारा, यवतमाल जिले से जो कुल 12 नमूनों को जांच के लिए पुणे के बीजे मेडिकल कॉलेज में भेजा गया था, उसकी रिपोर्ट आ गई है। इन नमूनों में पाए गए वायरस किसी भी तरह से ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका या ब्रिटेन में पाए जाने वाले नए कोरोना वायरस स्ट्रेन से मैच नहीं खाते हैं। यह एक नए तरह का म्यूटेशन हो सकता है, उम्मीद है अगले सप्ताह तक इसकी विस्तृत रिपोर्ट आएगी।
अमरावती और यवतमाल में मिले नए स्ट्रेन
दूसरी तरफ शोधकर्ताओं को पूर्वी महाराष्ट्र के अमरावती और यवतमाल जिलों से लिए गए कोरोना वायरस के नमूनों में दो नए म्यूटेंट्स मिले हैं, जो एंटीबॉडी को बेअसर करने में सक्षम हैं। शोधकर्ताओं ने कहा कि जिनोम सीक्वेंसिंग के लिए गए किसी भी सैंपल में ब्राजील, ब्रिटेन और दक्षिण अफ्रीका का स्ट्रेन नहीं मिला है। इन दोनों जिलों में पिछले एक हफ्ते में कोरोना के मामलों में काफी वृद्धि देखी गई है। लिहाजा एहतियातन राज्य सरकार ने कई जिलों में लॉकडाउन दोबारा लगाने का फैसला किया है।
85 दिन बाद महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा कोरोना से संक्रमित हुए लोग
महाराष्ट्र ने फिर से देश की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। शुक्रवार को राज्य में रिकॉर्ड 6,112 नए मरीज मिले। यह पिछले 85 दिन में रोज मिलने वाले मरीजों का सबसे बड़ा आंकड़ा है। इससे पहले पिछले साल 2020 में 27 नवंबर को राज्य में कोरोना के 6,185 मामले सामने आए थे। राज्य में अब तक 20 लाख 87 हजार 632 से अधिक लोग संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। इनमें 19 लाख 89 हजार 963 से अधिक लोग ठीक भी हो चुके हैं, जबकि 51 हजार 713 मरीजों की मौत हो गई। अभी भी 44 हजार 765 से अधिक मरीज ऐसे हैं, जिनका इलाज चल रहा है।
मुंबई में 77 दिन बाद सबसे ज्यादा मरीज मिले
पिछले 24 घंटे में पुणे में कोरोना के 1,015 केस दर्ज किए गए हैं, जबकि 493 लोग ठीक हुए हैं, 6 लोगों की वायरस संक्रमण के चलते मौत हो गई। मुंबई में कोरोना मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। शुक्रवार को मुंबई में कोरोना के 823 नए मरीज मिले हैं। करीब 77 दिन बाद मुंबई में कोरोना मरीजों की संख्या 800 के पार हुई है। इससे पहले 2020 में 4 दिसंबर को कोरोना के 813 नए मरीज मिले थे। यहां डबलिंग रेट भी 60 दिन बाद घटा है। 17 फरवरी को कोरोना के 721 नए मरीज मिले थे, 19 फरवरी यह संख्या 823 हो गई।
महाराष्ट्र में कोरोना के लगातार बढ़ते मामले को देखते हुए राज्य सरकार टेस्टिंग बढ़ाने पर ज़ोर दे रही है साथ ही सभी को मास्क लगाकर बाहर निकलने, सोशल डिस्टिंग का पालन करने की सलाह दी जा रही है, इसके अलावा अब मुम्बई के लोकल ट्रेनों में भी 300 बीएमसी के मार्शलों को तैनात किया जाएगा जो लोकल में बिना मास्क लगा कर सफर करने वालो पर कारवाई करेगा.